समस्तीपुर में जमीनी विवाद को लेकर बड़े भाई ने छोटे भाई और उनके परिवार के साथ की मारपीट, 6 लोग जख्मी

समस्तीपुर में जमीनी विवाद को लेकर बड़े भाई ने छोटे भाई और उनके परिवार के साथ की मारपीट, 6 लोग जख्मी

समस्तीपुर, 17 सितंबर 2023:

बिहार के समस्तीपुर जिले में शनिवार रात जमीनी विवाद को लेकर एक बड़े भाई ने अपने छोटे भाई और उनके परिवार के साथ मारपीट कर दी। इस घटना में चार महिलाएं समेत 6 लोग जख्मी हो गए। सभी जख्मी को समस्तीपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां दो की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

घटना जिले के कर्पूरीग्राम थाना क्षेत्र के बागी आधारपुर गांव की है। बताया जाता है कि अमरजीत दास और संजीत दास के बीच बास की एक धूर जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। गांव में घटना को लेकर कई बार पंचायत का भी आयोजन किया गया है। बावजूद यह मामला नहीं सिलट रहा था।

शनिवार देर शाम संजीत के घर में कोई नहीं था। इसी दौरान अमरजीत दास दारू के नशे में घर पहुंच कर संजीत के परिवार के लोगों के साथ गाली-गलोज करना शुरू कर दिया। इस दौरान उसने शराब के नशे में उर्मिला देवी, शर्मिला देवी एवं उनकी गौतनी पूजा कुमारी के साथ मारपीट की।

हालांकि इस दौरान दूसरे पक्ष से भी लोगों ने अमरजीत दास एवं उनकी पत्नी सोनी देवी पर हमला किया। जिसमें वे दोनों दंपत्ति बीच में हो गए। हल्ला होने पर जुटे आसपास के लोगों ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया। बाद में सभी लोगों को उपचार के लिए सदर अस्पताल भेजा गया।

कर्पूरीग्राम थाना अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि बागी आधारपुर गांव में जमीन विवाद को लेकर पाटीदारों के बीच मारपीट की घटना की सूचना मिली है। हालांकि दोनों पक्ष के लोग उपचार करने के लिए सदर अस्पताल गए हैं, जिस कारण घटनास्थल के पीड़ितों का बयान नहीं हो पाया है। बयान उपलब्ध होते ही इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

घटना के बाद तनाव

घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत कराया है।

जमीन विवाद में मारपीट की घटनाएं आम

बिहार में जमीन विवाद को लेकर मारपीट की घटनाएं आम हैं। अक्सर छोटे-छोटे विवादों में भी लोग एक-दूसरे से लड़ पड़ते हैं। इससे अक्सर जान-माल का नुकसान होता है।

सरकार को चाहिए सख्त कार्रवाई

इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। जमीन विवादों का निपटारा जल्द से जल्द न्यायालय के माध्यम से किया जाना चाहिए। इससे लोगों में कानून का भय पैदा होगा और वे आपसी विवादों को सुलझाने के लिए हिंसा का सहारा नहीं लेंगे।