खेलो में बेहतरी के लिए बिहार राज्य खेल प्राधिकरण की पहल
◆ हाल ही में बिहार के भागलपुर सहित राज्य के सभी 38 जिलों में विश्वस्तरीय खेल सेंटर बनाए जाने की पहल शुरू की गई।
◆ राज्य से राष्ट्रीय स्तर तक के खिलाड़ियों को तैयार करने के उद्देश्य से बिहार राज्य खेल प्राधिकरण ने यह कवायद शुरू की है।
◆ इस पहल के तहत भागलपुर में राष्ट्रीय स्तर का खाे-खाे खेल सेंटर खोले जाएंगे।
◆ यह सेंटर आरएचएमटीबी हाईस्कूल बरारी में खुलेगा।
◆ इसके लिए प्राधिकरण की ओर से सेंटर के लिए 8 लाख रुपए दिए जाएंगे।
◆ इस योजना के अंतर्गत इस सूबे हा सूबे में पहला चरण शुरू हुआ है।
◆ इस पहल के तहत दूसरे चरण में अन्य खेलों को भी ऐसी सुविधाओं से जोड़ने की योजना बनाई गई है और जिसको लागू भी जल्दी किया जाएगा।
◆ इस सेंटर में 30 खिलाड़ी रहेंगे जिनमें से आधे खिलाड़ी लड़कियां होगी
◆ राष्ट्रीय स्तर तक के खिलाड़ी तैयार करने के लिए सेंटर में खिलाड़ियों को ट्रेनिंग के साथ उपकरण दिए जाएंगे। ◆ यह पहल संबंधित खेल में जिला स्तर पर जिन खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा उनके खेल में और सुधार करने के लिए यह प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
◆ इन सेंटरों में राज्य स्तर पर जाे खिलाड़ी चैंपियन हैं या चैंपियनशिप जीतने वाली टीम का हिस्सा हैं ऐसे ही खिलाड़ी कोच की भूमिका में होंगे।
◆ खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए रखे गए कोचों को प्रतिमाह 25 हजार रुपए वेतन के तौर पर दिया जाएगा।
◆ जिला खेल पदाधिकारी जयनारायण कुमार ने बताया कि भागलपुर में खाे-खाे खेल को बढ़ावा देने के लिए चयन किया गया है।
◆ रग्बी और वाॅलीबाल का भी प्रस्ताव भेजा गया था। उम्मीद है कि इनका चयन अगले चरण में कर लिया जाएगा। प्राधिकरण खाे-खाे खेल सेंटर के लिए 8 लाख रुपए देगा।
किन किन जिलों में खुलेंगे प्रशिक्षण केंद्र
◆ एथलेटिक्स प्रशिक्षण केंद्र मुजफ्फरपुर, सासाराम, समस्तीपुर, किशनगंज, दरभंगा, सुपौल
कबड्डी- फाॅरबिसगंज, मधेपुरा, शेखपुरा, बक्सर, बेगूसराय, सारण
फुटबाॅल- बेतिया, कैमूर, जमुई, सीवान में खोले जाएंगे।
◆ खो-खो- लखीसराय, मुंगेर
रेसलिंग- गोपालगंज, औरंगाबाद
वुशू- पटना में।
◆ आर्चरी का सेंटर भोजपुर, गया में
◆ रग्बी सेंटर नालंदा में।
◆ फेंसिंग का सेंटर मोतिहारी में।
◆ वेटलिफ्टिंग का कटिहार में
◆ बैडमिंटन का सेंटर सहरसा में खोला जाएगा।
◆ टेबल टेनिस का मधुबनी एवं हॉकी का वैशाली, खगड़िया में सेंटर स्थापित किए जाएंगे।
निष्कर्ष: बिहार राज्य खेल प्राधिकरण की यह पहल अनुकरणीय है और इन सेंटर पर राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को जो तैयार करने की योजना की गई है उससे भविष्य में भारत के खेल का स्तर और बेहतर होगा और खेल से जुड़ी हुई वह प्रतिभाएं जो सुविधाओं के अभाव में दब जाती है वह भी निखर कर सामने आएगी।