नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामला: बिहार में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की बड़ी कार्यवाही
पटना: बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामले में महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं। ईओयू ने छः पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए हैं, जिनके बारे में संदेह है कि ये माफिया के पक्ष में जारी किए गए थे। इन चेकों का उपयोग उन अभ्यर्थियों से 30 लाख रुपये से अधिक की मांग करने के लिए किया गया था जो नीट परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक की तलाश में थे।
ईओयू के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि जांच के दौरान, अधिकारियों ने उन अपराधियों के पक्ष में जारी किए गए पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए, जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए थे। अब तक, इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें चार परीक्षार्थी और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं। सभी आरोपी बिहार के निवासी हैं।
विस्तृत जांच और आरोपियों की पहचान
ईओयू ने बैंकों से खाताधारकों के बारे में जानकारी जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके अतिरिक्त, बिहार से सात, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से एक-एक अभ्यर्थी को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
नीट-यूजी परीक्षा और विवाद
नीट-यूजी 2024 परीक्षा का आयोजन 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर 24 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के लिए किया गया था। परीक्षा का परिणाम चार जून को घोषित किया गया था, जिसके बाद कई छात्रों ने गड़बड़ियों का आरोप लगाया।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री का बयान
ओडिशा के संबलपुर में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस मुद्दे पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट की सिफारिश पर 1,563 अभ्यर्थियों की दोबारा परीक्षा कराने का आदेश दिया गया है। दो जगहों पर अनियमितताएं सामने आई हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है और दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी, चाहे वे एनटीए के बड़े अधिकारी ही क्यों न हों।