विसर्जन की पुरानी परंपरा का महोत्सव जालेश्वरी स्थान में आयोजित
जालेश्वरी, दरभंगा: दरभंगा जिले के जाले थाना क्षेत्र के जालेश्वरी स्थान में आयोजित 64वें दुर्गा पूजा महोत्सव की प्रतिमाओं की विसर्जन यात्रा ने पुरानी परंपरा को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। यह धार्मिक उत्सव मंगलवार की शाम 5.30 बजे से बुधवार की रात 8.30 बजे तक 27 घंटे में मात्र एक किलोमीटर तक (गांधी चौक) ही चल पाई। इस यात्रा में लगभग 25 हजार महिला एवं पुरुष श्रद्धालु शामिल थे।
इस परंपरागत विसर्जन में प्रतिमा विसर्जन स्थल, जाले सुखा पोखर, केवल डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह वर्ष की यात्रा में एक अद्वितीयता थी क्योंकि इस बार विसर्जन यात्रा 29 घंटे तक चली, जो पिछले सभी रिकॉर्ड को टूटने की संभावना बना रखती है।
पूजा समिति की भूमिका: पूजा समिति के अध्यक्ष रतन कुमार मेहता ने बताया कि प्रतिमा का विसर्जन देर रात 12.30 बजे तक संपन्न हुआ। उन्होंने इस उत्सव के सफल होने पर सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया और आगामी वर्ष के लिए उत्सव की योजना बनाने की संकल्पना की।
इस पुरानी परंपरा का पालन करते हुए, जालेश्वरी स्थान के लोगों ने धार्मिक भावना और आत्मीयता से इस यात्रा को सम्पन्न किया, जिसने समुदाय में एकता और भगवान की शक्ति के प्रति विश्वास को मजबूती से दिखाया।