भाजपा और महागठबंधन के बीच धर्म और राजनीति पर सियासत

भाजपा और महागठबंधन के बीच धर्म और राजनीति पर सियासत
  • अगले साल होने वाले संभावित लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दल अपनी-अपनी रणनीति के तहत तैयारी में जुटे हैं.
  • इस बीच, भाजपा अपने हिंदुत्व के मुद्दे को हवा देने में जुटी है.
  • बिहार में भाजपा के कई नेताओं ने नवरात्रि को लेकर फलाहार पार्टी का आयोजन किया है.

भाजपा का कहना है कि अगर रमजान के महीने में इफ्तार पार्टी आयोजित की जा सकती है तो नवरात्रि के मौके पर सनातन धर्मावलंबी उपवास करते हैं, ऐसे में फलाहार पार्टी देने में क्या बुराई है.

महागठबंधन के नेताओं का कहना है कि भाजपा की शुरू से ही राजनीति मंदिर के इर्द गिर्द घूमती है.

माना जा रहा है कि महागठबंधन के नेता जहां भाजपा को हिंदुत्व के मुद्दे को कुंद करने की रणनीति को लेकर आगे बढ़ रहे हैं, वहीं भाजपा विभिन्न मामलो के जरिए हिंदुत्व के मुद्दे को हवा देने में जुटी है.

भाजपा और महागठबंधन के बीच धर्म और राजनीति पर सियासत तेज हो गई है. भाजपा अपने हिंदुत्व के मुद्दे को हवा देने के लिए नवरात्रि को लेकर फलाहार पार्टी का आयोजन कर रही है. महागठबंधन के नेता भाजपा को हिंदुत्व के मुद्दे को कुंद करने की कोशिश कर रहे हैं.

भाजपा का कहना है कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है. पार्टी ने इफ्तार पार्टी का विरोध कभी नहीं किया है. भाजपा का कहना है कि वह सिर्फ अपने धर्म के अनुयायियों को अपने धर्म के बारे में जागरूक करना चाहती है.

महागठबंधन के नेता भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं कि पार्टी सिर्फ हिंदु-मुस्लिम की राजनीति करती है. महागठबंधन का कहना है कि भाजपा को जनता से जुड़े मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए.

अब यह देखना होगा कि जनता किसके मुद्दे को पसंद करती है.