देश में क्यों बढ़ रहे है हार्टअटैक के मामले, क्या है इसके पीछे का कारण ?
देश में इन दिनों हार्ट अटैक से मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। हाल ही में मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक मेट्रो बस चालक को चलती बस में दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई, ऐसे ही दो हार्ट अटैक के मामले इंदौर और कटनी शहर में सामने आये हैं। अचानक आ रहे हार्ट अटैक की खबरों से लोग दहशत में हैं। वहीं वर्ल्ड हैल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की रिपोर्ट में भी यह खुलासा हुआ था कि तीन में से एक व्यक्ति की मौत दिल की बीमारी के करण होती है।
कुछ हमीने पहले प्रख्यात कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव की मौत का कारण अचानक आए हार्ट अटैक ही था। इससे पहले भी कई सेलेब्रिटीज, पॉलिटिकल और आम जन भी हार्ट अटैक के कारण जान गंवा चुके हैं। वैश्विक स्तर पर हार्ट की बीमारी के कारण जान गंवाने वालों का आंकड़ा भयावह है। डॉक्टर सुझाव देते हैं कि लोग लाइफ स्टाइल सुधारें, खान-पान का विशेष ध्यान रखें, लेकिन भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग यही सब करना भूल जाते हैं। लेकिन अब कोविड काल के बाद से हार्ट अटैक की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है।
मध्यप्रदेश में भी बढ़ रही घटनाएं
इंदौर में सोमवार सुबह एक युवक की दूध बांटते-बांटते मौत हो गई। द्वारकाधीश कालोनी में रहने वाले नीरज पुरोहित रोज की तरह सुबह दूध बांटने निकले थे। नीलकंठ कालोनी में दूध बांट रहे थे, तभी उनके सीने में तेज दर्द उठा। वह कुछ समझ नहीं पाए। कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई।
मध्यप्रदेश के कटनी में हार्ट अटैक से एक और मौत का मामला सामने आया है। यहां एक युवक को पूजा करने के दौरान हार्ट अटैक आया और मंदिर में ही उसकी मौत हो गई। मौत का लाइव वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। मृतक राकेश मेहानी वायरल वीडियो में साईबाबा की पूजा करते नजर आ रहा है, इसी दौरान जब वह साईंबाबा के चरणों में सिर झुकाता है तो काफी देर तक झुका रह जाता है। जब युवक बहुत देर तक एक ही जगह से हिलता नहीं है तो कुछ लोग इसकी जानकारी मंदिर प्रबंधन को देते हैं, जिसके बाद पुजारी ने युवक के शरीर हिलाने की कोशिश की तो उसे मृत पाया, जिसके के बाद मंदिर में मौजूद अन्य लोगो के साथ राकेश को साई चरणों से उठाकर हॉस्पिटल रवाना किया गया, जहां उसे डॉक्टर ने भी मृत घोषित कर दिया।
ह्रदय रोग विशेषज्ञों के अनुसार हार्ट अटैक की घटना अचानक नही होती है। बल्कि हमारा शरीर पहले ही तमाम लक्षणों के जरिये इसके संकेत देने लगता है। विशेषज्ञों के अनुसार मधुमेह पीडि़तों में हार्ट अटैक का खतरा 60 से 70 फीसदी अधिक होता है। हाई कोलेस्ट्रॉल शरीर की नलिकाओं में जमा हो जाता है, जो दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा देता है। कई बार सीने में होने वाले दर्द को एसिडिटी मानकर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन यह हार्ट अटैक का संकेत भी हो सकता है। सीने का दर्द गले और जबड़े तक जाने लगे तो यह भी हार्ट अटैक का प्रारंभिक लक्षण हो सकता है। नाक से अचानक ब्लीडिंग को भी गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है।
WHO की रिपोर्ट के आंकड़े:–
वर्ल्ड हेल्थ पर डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में दिल के रोग से मरने वालों की संख्या काफी ज्यादा है। करीब 11 करोड़ 79 लाख लोग, सालाना दिल के रोग के कारण जान दे रहे हैं। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि तीन में से एक मौत दिल के रोगियों की ही हो रही है। हालांकि अच्छी बात यह है कि 88 प्रतिशत लोग जागरूकता के कारण दिल के रोगों से खुद का बचाव भी कर रहे हैं।
130 करोड़ लोग हाइपरटेंशन का शिकार
हार्ट डिसीज के पीछे एक बड़ा कारण हाइपरटेंशन है. रिपोर्ट में है कि हाईपरटेंशन पीड़ित दो तिहाई लोग लो और मिडिल इनकम देशों में रहते हैं. इनमें से आधे से अधिक ऐसे हैं, जिन्हें जानकारी ही नहीं है कि वो हाइपरटेंशन के शिकार हैं. अगर विश्व स्तर पर बात करें तो करीब 130 करोड़ लोग हाइपरटेंशन की गिरफ्त में हैं. इनकी उम्र 30 से 79 साल के बीच है.
हर दो सेकेंड में एक मौत
नॉन कम्युनिकेबल डिसीज के कारण वर्ल्ड स्तर पर हर दो सेकेंड में एक मौत हो रही है। यह आंकड़े भी डब्ल्यूएचओ ने जारी किए हैं। डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल डॉ. टेडरोस एडहनम ने कहा कि आंकड़ें चिंता करने वाले हैं लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग होना चाहिए। वहीं भारतीय डॉक्टर का कहना है कि भारत में हर साल हाइपरटेंशन और हार्ट पेशेंट की संख्या बढ़ रही है।
इस मामले में द मूकनायक ने भोपाल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सुमित भटनागर से बातचीत की, डॉक्टर भटनागर ने बताया बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल, हैवी जिमिंग एक्सरसाइज और स्मोकिंग हार्ट अटैक मुख्य कारण है। डॉ. सुमित भटनागर ने बताया कि कोविड काल के बाद से इसकी चपेट में आते लोगों के ब्लड में हल्का गाढ़ापन देखा गया है। और यह भी हार्ट अटैक का कारण है। डॉक्टर भटनागर ने कहा दिल को तंदुरुस्त रखने के लिए रूटीन एक्सरसाइज और अच्छी डाइट लेना चाहिए फलों सलाद को भी नियमित भोजन में शामिल करना चाहिए।