चौंकाने वाली ख़बर : जदयू की राष्ट्रीय कमेटी की घोषणा
◆ हाल ही में जदयू ने आगामी लोकसभा चुनाव को मध्य नजर रखते हुए अपने राष्ट्रीय कमेटी की घोषणा की है
◆ इस लिस्ट में मंत्रियों में केवल संजय झा को मिली जगह, 2 यादव और 5 मुस्लिम भी शामिल हुए और त्यागी का नाम नहीं हुआ।
राष्ट्रीय कमेटी की घोषणा से जुड़ें हुई प्रमुख बातें
◆ इस कमेटी की घोषणा राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की अध्यक्षता में हुई जिसमें एक उपाध्यक्ष, 22 महासचिव, सात सचिव और कोषाध्यक्ष बनाए गए।
◆ इस कमेटी को गठित करने का 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए की गई है।
◆ इसकी घोषणा में पूरी कमेटी में जातीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा गया है। राष्ट्रीय कमेटी में 5 मुसलमानों को जगह दी गई है। वहीं, इस लिस्ट में 4 सवर्ण, 2 यादव, 8 कुर्मी-कुशवाहा के अलावा 6 अति पिछड़ा और 2 महादलित को भी जगह दी गई है।
◆ राष्ट्रीय कमेटी की घोषणा के साथ दिल्ली प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के तौर पर शैलेंद्र कुमार को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, पूर्व विधायक हाल में बीजेपी से जदयू में आए राजीव रंजन को जनरल सेक्रेटरी के साथ राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी दी गई है।
◆ गोपालगंज के लोकसभा सांसद आलोक कुमार सुमन को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
◆ इस सूची में सबसे चौंकाने वाली बात जो सबको लगी वह है बिहार सरकार के मंत्री संजय झा व केसी त्यागी का नाम नहीं होना।
◆ बिहार सरकार के किसी और मंत्री को राष्ट्रीय कमेटी में जगह नहीं मिली है, लेकिन संजय झा को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। संजय झा के बारे में माना जाता है कि वह जोड़-तोड़ की राजनीति में माहिर माने जाते हैं।
◆ संजय झा के पास दूसरे राज्यों में संगठन को मजबूत करने के साथ-साथ चुनाव लड़ाने का भी अनुभव उनके पास ज्यादा है। इसके अलावा संजय झा पूर्व में भाजपा के नेता रह चुके हैं। माना जाता है कि राजनीति में कभी भी कुछ हो सकता है तो संजय झा नीतीश कुमार के लिए एक बेहतर विकल्प के तौर पर मौजूद हैं। जिन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है।
◆ इस सूची में केसी त्यागी का नाम भी नहीं है। उत्तरप्रदेश के त्यागी लंबे समय से राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे हैं। हालांकि कमेटी में नहीं होने को लेकर केसी त्यागी ने कहा कि 48 साल से राजनीति में हूं। लंबे समय से इस पद पर था। मैंने खुद ही अपने आप इस पद से मुक्त कराने आग्रह किया था। बता दें कि केसी त्यागी शरद यादव, नीतीश कुमार, आरसीपी सिंह और ललन सिंह के आधे कार्यकाल में प्रधान महासचिव भी रहे हैं।
◆ राष्ट्रीय कमेटी में यूपी के बाहुबली नेता धनंजय सिंह को भी जगह दी गई है। उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है।
◆ जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान की तरफ से जारी की गई लिस्ट में रामनाथ ठाकुर, अली अशरफ फातमी, संजय झा, गिरधारी यादव, संतोष कुमार कुशवाहा, रामसेवक सिंह, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, दसई चौधरी, गुलाम रसूल बलियावी , आरपी मंडल, विजय कुमार मांझी, भगवान सिंह कुशवाहा, कहकशां परवीन, राजकुमार शर्मा, कमर आलम, हरीश चंद्र पाटिल, अशफाक अहमद, इंजीनियर सुनील, राजीव रंजन प्रसाद, धनंजय सिंह, हर्षवर्धन और राज सिंह मान को महासचिव बनाया गया है।
◆ सात सचिव की लिस्ट में रवींद्र प्रसाद सिंह, राजीव रंजन प्रसाद, संजय वर्मा, अनूप पटेल, दयानंद राय, संजय कुमार शामिल हैं। वहीं, सांसद आलोक कुमार सुमन को ट्रेजरर बनाया गया है।
जदयू की प्रदेश कमेटी भी हुई घोषणा
◆जदयू में प्रदेश कमेटी की भी घोषणा कर दी गई है। प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की टीम को विस्तार दिया गया है। इसे जंबो कमेटी कहा गया है। प्रदेश उपाध्यक्ष-20, प्रदेश महासचिव-105, प्रदेश सचिव-114, प्रदेश प्रवक्ता-11 और एक कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
निष्कर्ष: लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए देश की प्रमुख पार्टियां अपने राष्ट्रीय कार्यकारिणी कमेटी की लगातार घोषणा कर रही है उसी कड़ी में जदयू ने भी अपनी राष्ट्रीय कमेटी की घोषणा करके यह जाहिर कर दिया है कि वह भी इस चुनाव में अपने आप को पूरी तरीके से झोकने के लिए अभी से तैयारी में जुट गई है और उसके लिए उन्होंने अपने कमेटी को भी मजबूत करने के लिए बहुत सारे बदलाव और परिवर्तन करके लोकसभा चुनाव को साधने में पूरी जान लगाएगी। लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखकर जो जदयू ने दावा खेला है उसके सकारात्मक परिणाम तो चुनाव के होने के बाद ही देखे जा सकेंगे लेकिन इतना तय है कि अब मुकाबला टक्कर का होगा