सिवान की बेटी ने बढ़ाया सिवान का मान
◆ हाल ही में बिहार के सिवान की खुशी कुमारी ने अंडर-17 भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में जगह बना कर सिवान के साथ पूरे बिहार का नाम रोशन किया।
◆ गौरतलब है कि बिहार के सिवान को प्रतिभाओं की धरती के रूप में जाना जा रहा है यहां पर समय-समय पर बालक बालिकाओं द्वारा अपने हुनर के बदौलत सिवान सहित पूरे बिहार को गौरवान्वित महसूस करें। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अब खुशी कुमारी ने भारतीय फुटबॉल टीम में शामिल होकर एक बार फिर से यह सिद्ध कर दिया कि बेटियां बेटों से कम नहीं है।
◆ बिहार एकलव्य सेंटर की गोलकीपर खुशी अंडर-17 भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में चुनी जाने की खबर जैसे ही क्षेत्रवासियों को लगी तो पूरे क्षेत्र में खुशी और हर्षोल्लास का माहौल बन गया क्षेत्रवासियों सहित सभी परिवार जन एक-दूसरे को इस उपलब्धि के उपलक्ष्य में मिठाई बांटकर खुशियां बांट रहे।
◆ खुशी भारतीय राष्ट्रीय अंडर-19 फुटबॉल में गोलकीपर के तौर पर शामिल की गई है।
सैफ अंडर-17 महिला फुटबॉल चैंपियनशिप के बारे में।
◆ खुशी कुमारी अपनी टीम के साथ बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आयोजित होने जा रहे सैफ अंडर-17 महिला फुटबॉल चैंपियनशिप 2023 के अंतर्गत खेलेगी।
◆ ढाका में आयोजित हो रही यह फुटबॉल चैंपियनशिप 29 मार्च तक चलेगा. जिसमें कई देशों के टीम ने हिस्सा लिया ले रही है।
◆ इस चैंपियनशिप में भारतीय टीम ने भी हिस्सा लिया है। इस चैंपियनशिप में सीवान जिले की बेटी खुशी कुमारी फुटबॉल मैच में अपने खेल का लोहा मनमाने की मानस से उतरेगी।
खुशी कुमारी के बारे में
◆ कहते हैं ना अभाव में ही प्रतिभाओं का प्रभाव निखर कराता है और सिवान की खुशी कुमारी ने यह सिद्ध कर दिया है कि भले ही आपके पास सीमित संसाधन हो लेकिन अगर आपके हौसलों में दम है तो आप भी ऊंची उड़ान भर सकते हैं अपने मेहनत और लगन के बल पर देसी खुशी कुमारी ने इस अल्प आयु में भारतीय फुटबॉल टीम में शामिल होकर उड़ान भरी है।
◆ खुशी कुमारी मूलतः सिवान जिले की है। इनके पिता सीताराम राम और माता प्रभावती देवी है।
◆ ख़ुशी कुमारी इंटरमीडिएट की छात्रा है. जो राजेंद्र कुष्ट सेवा आश्रम बालिका उच्च विद्यालय मैरवा में पढ़ाई करती है. वही उनकी प्रारंभिक शिक्षा गुठनी से हुई है. ख़ुशी की माता गृहणी और पिता खेती किसानी व मजदूरी का काम करते हैं।
◆ गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली खुशी ने तमाम उन परिस्थितियों को देखा है जो एक गरीब परिवार देखता है लेकिन अपने जज्बे के बल पर उन्होंने हौसलों की उड़ान भरकर यह सिद्ध कर दिया है कि अगर आप सच्ची लगन और मेहनत के साथ किसी लक्ष्य को लेकर चलते हैं तो वह एक न एक दिन जरूर पूरा होता है।
◆ खुशी कुमारी का भारतीय फुटबॉल टीम में सिलेक्शन होने के पीछे का कारण उनकी लगातार मेहनत है जो कि उन्होंने बिहार टीम में लगातार खेलने से मिली।
खुशी की इस उपलब्धि पर दी गई विभिन्न प्रतिक्रिया
◆बिहार फुटबॉल एसोसिएशन के सचिव सैयद इम्तियाज हुसैन ने कहा कि खुशी कुमारी गोलकीपर के रूप में भारत की तरफ से खेलेगी जोकि गौरवान्वित करने वाला क्षण है।
◆ सूबे के खेल मंत्री जितेंद्र कुमार राय और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवींद्रन शंकरन ने खुशी को देश की फुटबॉल टीम में चुने जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी है.उन्होंने कहा कि खुशी भारतीय टीम की हिस्सा बनने से पहले वह बिहार टीम की हिस्सा बन मैच खेलकर अपना जलवा बिखेर रही थी. यह हर्ष की बात है कि बिहार की बेटी भारतीय टीम की हिस्सा बनी।
खुशी की इस उपलब्धि के लिए उनको ढेर सारी शुभकामनाएं और फुटबॉल मैच में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए अग्रिम शुभकामनाएं