हरतालिका तीज को लेकर पटना में धूम

हरतालिका तीज को लेकर पटना में धूम

हरतालिका तीज का पर्व हिंदू धर्म में सुहागिनों का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु और सुखमय जीवन के लिए व्रत रखती हैं। पटना में भी हरतालिका तीज को लेकर खासा उत्साह है। शहर की सुहागिन सुबह से ही पूजा की तैयारी में जुट गई हैं।

सुहागिनें दान-पुण्य की सामग्री की खरीदारी कर रही हैं। बाजारों में भी हरतालिका तीज की रौनक देखने को मिल रही है। महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सज-संवर कर बाजारों में पहुंच रही हैं।

सुहागिनें शिव और पार्वती की कथा सुनने के बाद पूजा करेंगी। मान्यता है कि भगवान शिव की तपस्या में लीन पार्वती का एक बार सखियों ने अपहरण कर लिया। उन्हें लेकर कहीं और चली गईं। हरित का अर्थ हरण और तालिका का अर्थ सखी होता है। उसी समय से इस व्रत को हरतालिका तीज के नाम से जाना जाता है।

हरतालिका तीज का व्रत निर्जला रखा जाता है। सुहागिनें पूरे दिन बिना पानी पिए भगवान शिव और पार्वती की पूजा करती हैं। शाम को व्रत का पारण किया जाता है।

सुहागिनों के लिए विशेष महत्व

हरतालिका तीज का व्रत सुहागिनों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु और सुखमय जीवन के लिए व्रत रखती हैं। मान्यता है कि इस व्रत को करने से सुहागिनों को सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

हरतालिका तीज की पूजा विधि

हरतालिका तीज की पूजा सुबह जल्दी उठकर करना चाहिए। स्नान के बाद साफ कपड़े पहनकर पूजा स्थल को साफ कर लें। पूजा स्थल पर भगवान शिव और पार्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।

पूजा में गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, फूल, अक्षत, रोली, धूप, दीप, फल, मिठाई आदि अर्पित करें। शिव चालीसा और पार्वती चालीसा का पाठ करें।

भगवान शिव और पार्वती की आरती करें। पूजा के बाद व्रत का संकल्प लें।

शाम को भगवान शिव और पार्वती को भोग लगाएं। फिर व्रत का पारण करें।

हरतालिका तीज की शुभकामनाएं

हरतालिका तीज की सभी सुहागिनों को हार्दिक शुभकामनाएं। इस दिन आप सभी को सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति हो।