पटना में कांग्रेसियों का जनाक्रोश

पटना में कांग्रेसियों का जनाक्रोश
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हाल ही में कांग्रेस के नेता और लोकसभा सांसद राहुल गांधी की मोदी सरनेम के चलते जो सदस्यता खत्म की गई है उसको लेकर उनके समर्थक पूरे देश में इसका विरोध कर रहे हैं जिसका प्रभाव बिहार की राजधानी पटना में भी देखा जा रहा है।

 

◆ उनकी सदस्यता को खत्म करने के खिलाफ पटना के गांधी मैदान में कांग्रेसियों सहित विभिन्न उनके कार्यकर्ताओं द्वारा जन आक्रोश प्रकट किया जा रहा है 

◆ यह प्रदर्शन लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता खत्म होने के बाद कांग्रेस में आक्रोश है। पटना के गांधी मैदान में कांग्रेसी प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस नेता पटना के गांधी मैदान के गांधी मूर्ति के नीचे बैठकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।

◆ इसको सत्याग्रह का रूप दिया जा रहा है और जिलों में भी सत्याग्रह कार्यक्रम संचालित किया जाएगा। 

◆ सत्याग्रह कार्यक्रम में बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह, विधायक दल की नेता अजीत शर्मा सहित तमाम विधायक, सांसद , पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, विधान पार्षद, पूर्व पार्षद, और सभी वरिष्ठ नेता गण सभी मोर्चा संगठनों के पदाधिकारी , अध्यक्ष और कार्यकर्ता इस कार्यक्रम में प्रमुखता से भाग ले रहे है ।




इस आक्रोश में शामिल बिहार के विभिन्न प्रमुख नेताओं की प्रतिक्रियाएँ 

◆ बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने अडानी को लेकर सवाल किए। अडानी और प्रधानमंत्री के बीच क्या संबंध हैं। इसपर सवाल किए। राजनीति साजिश के तहत संसद की सदस्यता खत्म करने की कार्रवाई की गई है। इसके विरोध में देश व्यापी सत्याग्रह किया गया है। 

◆ कांग्रेस नेता राजेश राठौर का कहना है कि मोदी सरकार की बर्बरतापूर्ण नीतियों और लोकतंत्र को समाप्त करने की मंशा के विरोध में यह प्रदर्शन हो रहा है। 

◆ बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने बताया कि जिस प्रकार देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही, वो निंदनीय है। कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी के साथ द्वेषपूर्ण तरीके से की गई कार्रवाई ने यह बताया कि देश में लोकतंत्र की हत्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा उतारू है।

◆ गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के नीचे बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में सत्याग्रह कार्यक्रमक के रूप में हो रहा  है।

निष्कर्ष: जिस प्रकार से इस मामले ने तूल पकड़ा है वह अव्यवस्थाओं को आमंत्रित कर रहा है सभी अपना विरोध प्रदर्शित कर रहे हैं लेकिन उस विरोध के पीछे की जो व्यवस्थाएं और राजव्यवस्था ऊपर आ जा रही है उसे लेकर विभिन्न तरह के इंतजाम किए जाना आवश्यक है वरना यह जनाक्रोश कई प्रकार के विकराल रूप धारण कर सकता है। राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त होने को लेकर जो यह जनाक्रोश पूरे देश में प्रदर्शित किया जा रहा है उसके क्या सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन हाल ही में यह मामला पूरी तरीके से सुर्खियों में है और कांग्रेश के प्रत्येक सदस्य द्वारा इसको प्रतिकूल बता रहा है और अपने -अपने तरीके से अपनी -अपनी जगह से निरंतर विरोध कर रहे हैं