Raju Thehat murder case: पुलिस की गोली 2 शूटर्स के पैरों की हड्डियों को तोड़ते हुए बाहर निकल गईं!

Raju Thehat murder case: पुलिस की गोली 2 शूटर्स के पैरों की हड्डियों को तोड़ते हुए बाहर निकल गईं!

जयपुर. गैंगस्टर राजू ठेहट (Raju Thehat Murder Case) पर गोलियों की बौछार कर फरार हुए 5 शूटर्स की पकड़ने के दौरान दो आरोपियों को पुलिस की गोली लगी है. इन शूटर्स को पुलिस की गोली भी ऐसी लगी है कि वह उनके पैरों की हड्डी को तोड़ते हुए आरपार निकल गई. घायल दोनों शूटर्स (Shooters) को जब इलाज के लिए राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल लाया गया तो डॉक्टर्स की टीम ने उनके पैरों में बुलेट्स तलाशने की कोशिश की लेकिन वे मिली नहीं. ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस की गोली हड्डी को तोड़ते हुए आरपार निकल गई है. बहरहाल घायल दोनों शूटर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है.

जानकारी के अनुसार राजू ठेहट की हत्या के आरोपियों की धरपकड़ के दौरान दो शूटर्स को पुलिस की गोली लगी है. शूटर्स ने पहले पुलिस पर फायर किया था. उसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की थी. इससे दो आरोपियों सतीश और जतिन मेघवाल के पैरों में गोली लगी थी. उसके बाद उन्हें इलाज के लिए रविवार को राजस्थान के सबसे बड़े जयपुर स्थित एसएमएस अस्पताल लाया गया था. एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में उनका प्राथमिक उपचार कर करीब 1 घंटे ऑब्जर्वेशन में रखा गया.

घावों में बुलेट्स शरीर के अंदर नहीं मिली
प्राथमिक इलाज के बाद दोनों शूटर्स का एक्स-रे, एमआरआई और सीटी स्कैन कराया गया. उसके बाद चिकित्सकों के एक पैनल ने यह फैसला किया कि दोनों का ऑपरेशन किया जाएगा. ऑपरेशन के लिए डॉक्टर्स की खास मेडिकल टीम का गठन किया गया है. डॉक्टर्स का कहना है कि दोनों शूटर्स के पैरों के अंदर गोली लगने के घाव हैं. लेकिन उन घावों में बुलेट्स शरीर के अंदर नहीं मिली है. डॉक्टर्स ने बुलेट्स खोजने की काफी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली.

डॉक्टर्स के मुताबिक इन्फेक्शन का हो सकता है खतरा
डॉक्टर्स के मुताबिक ऐसा लगता है कि गोली पैर में लगने के बाद में शरीर से बाहर निकल गई. गोली लगने की वजह से किसी तरह का इन्फेक्शन ना हो इस लिहाज से ऑपरेशन किया जाना बेहद जरूरी है. एक्स-रे करने के दौरान एक बात यह भी सामने आई है कि गोली से पैर के अंदर टिशूज को काफी नुकसान पहुंचा है. इसके साथ ही बुलेट्स पैर की हड्डियों को फ्रैक्चर करते हुए बाहर निकल गई हैं. ऐसे में फ्रैक्चर को जोड़ने के साथ-साथ टिशूज का सही इलाज होना जरुरी है ताकि शरीर में किसी भी तरह का इन्फेक्शन ना हो. डॉक्टर्स का फोकस भी फिलहाल इसी पर है.

एसएमएस अस्पताल की सिक्योरिटी बढ़ाई
हालात के मद्देनजर पुलिस की ओर से एसएमएस अस्पताल की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है. राजस्थान पुलिस के रिजर्व जाब्ते को वहां तैनात किया गया है. वहीं दंगा नियंत्रण टीम को भी ट्रोमा सेंटर में लगाया गया है. डॉक्टर्स का कहना है कि ऑपरेशन के बाद में अलग से मेडिकल बुलेटिन जारी किया जाएगा. फिलहाल घायल दोनों शूटर्स हालात स्थिर है. डॉक्टर्स को उम्मीद है ऑपरेशन के बाद हालात में सुधार होगा.