बिहार में बीजेपी की आक्रामक रणनीति, नीतीश-तेजस्वी पर डालेगी दबाव
पटना, 19 अक्टूबर 2023
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बिहार में लोकसभा चुनाव के साथ बिहार विधानसभा के लिए भी आक्रामक फील्डिंग सजाना शुरू कर दिया है। बीजेपी ने बिहारियों के उस दुखती रग पर हाथ रख दिया है, जिसका दंश दशकों से राज्य में रहने वाले भुगत रहे हैं। नौकरी और शिक्षा के लिए बिहार से पलायन करने वाले घरों के लिए बीजेपी की यह भावुक कैपेंनिंग गेमचेंजर साबित हो सकती है। बीजेपी ने एक कैंपेन "बदलेंगे सरकार, बदलेंगे बिहार" में बिहारी युवाओं का बेरोजगारी, पलायन और नौकरी को लेकर गुस्सा नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के जाति वाले दांव पर भारी पड़ सकती है। बीजेपी ने अपने कैंपेन में बिहार में युवाओं की स्थिति को लेकर एक सनसनीखेज ग्राफिक्स जारी किया है। इस ग्राफिक्स में दिखाया गया है कि बिहार से हर साल लाखों युवा नौकरी और शिक्षा के लिए पलायन कर रहे हैं। बीजेपी ने दावा किया है कि बिहार में बेरोजगारी दर 30% से अधिक है और युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे हैं। बीजेपी ने कहा है कि अगर बिहार में बीजेपी की सरकार बनती है तो वह युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगी और बिहार को विकास के पथ पर आगे बढ़ाएगी। बीजेपी की इस रणनीति से नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। नीतीश कुमार ने अपने 17 साल के कार्यकाल में बिहार में बेरोजगारी को कम करने में कोई खास सफलता नहीं हासिल की है। तेजस्वी यादव भी युवाओं को रोजगार देने के वायदे कर चुके हैं, लेकिन उनके पास इसके लिए कोई ठोस योजना नहीं है। बीजेपी की इस रणनीति से बिहार में चुनावी माहौल काफी गर्म हो सकता है। यह देखना होगा कि बीजेपी की यह रणनीति कितनी कारगर साबित होती है।
बीजेपी की रणनीति पर टिप्पणी
बिहार के राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बीजेपी की यह रणनीति बिहार में काफी कारगर साबित हो सकती है। बिहार में युवाओं की बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है और यह बीजेपी के लिए एक बड़ा मुद्दा है। बीजेपी ने इस मुद्दे को उठाकर युवाओं का ध्यान अपनी तरफ खींचने की कोशिश की है।
विश्लेषकों का कहना है कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को इस मुद्दे पर बीजेपी को जवाब देने की जरूरत है। अगर वे इस मुद्दे पर बीजेपी को जवाब नहीं दे पाए तो उन्हें चुनाव में भारी नुकसान हो सकता है